अवैध खनन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमें अवैध खनन से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को प्लास्टिक शीट से ढककर रामपुर चुंगी से गंगनहर की ओर तेजी से दौड़ती हुई सड़क से जा रही है लेकिन ओवर स्पीड से दौड़ती यह ट्रैक्टर ट्रॉली किसी भी पुलिसकर्मियों को दिखाई नही देती। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रुड़की गंगनहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सोलानी नदी से खनन माफियाओं के द्वारा रात के समय में लगातार अवैध खनन किया जा रहा है। ये खनन माफिया बिना किसी रोक-टोक और डर के रात के समय में अवैध खनन के काम को अंजाम दे रहे है। इन खनन माफियाओं को न तो पुलिस का कोई डर है और न ही प्रशासन का कोई खौफ। जिस तरह से बेखौफ खनन माफिया रामपुर चुंगी से अपनी ट्रैक्टर ट्रॉली तेज़ी से लेकर जाते है उससे तो साफ दिखाई देता है कि उन्हे इस अवैध खनन की अनुमति मिली हुई, क्योंकि जिस सड़क से खनन माफिया गुजरते है वहां पर हर समय पुलिस मौजूद रहती है लेकिन वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को न तो ये अवैध खनन से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली नज़र आती है और न ही इन माफियाओं पर कोई कार्यवाही की जाती। जबकि पुलिस के द्वारा रामपुर चुंगी पर शाम से ही लोगों के चालान काटे जाते है और रात होते ही यहां पर खनन का काम शुरू हो जाता है।
आपको बतादे रामपुर चुंगी से गंगनहर की ओर जाते हुए रेत से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है ट्रैक्टर ट्रॉली इतनी तेज सड़क पर दौड़ रही है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। ग्रामीण बताते हैं कि ये खनन माफिया अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को बहुत तेज़ी से सड़क पर दौड़ाते है साथ ही इनके द्वारा खनन को छुपाने के लिए ऊपर से एक पन्नी भी डाली जाती है जिससे अवैध खनन किसी को दिखाई न दे। सवाल यही है कि आखिर ये माफियों इतनी आसानी से अवैध खनन के कारोबार को अंजाम कैसे देते है। अब जब वीडियो वायरल हो रही है तो देखना यह होगा कि इन खनन माफियाओं पर गंगनहर पुलिस कार्यवाही करती है या फिर ऐसे ही रात के अंधेरे में खनन का काम बदस्तूर जारी रहेगा। अवैध खनन की वीडियो वायरल होने के बाद कही न कही अब लोग पुलिस पर भी उंगली उठाने लगे है। जिस तरह से पुलिस के द्वारा रामपुर चुंगी ईदगाह चौराहे से लेकर सिविल हॉस्पिटल चौराहे पर राहगीरों के हेलमेट के चालान मास्क के चालान और ओवर स्पीड के चालान किए जाते है उससे यही लगता है कि पुलिस सिर्फ आम लोगों के चालान तक ही सीमित है। पुलिस को सड़क पर दौड़ती हुई ओवर स्पीड ट्रैक्टर ट्रॉली दिखाई नही देती। बड़ी बात यह है कि जिस जगह से ये ट्रैक्टर ट्रॉली गुजरती है वहां पर सिविल हॉस्पिटल में पुलिस की चौकी भी मौजूद है लेकिन बावजूद इसके पुलिसकर्मी ओवर स्पीड ट्रैक्टर ट्रॉली को देखकर अनदेखा कर देते है।