भ्रष्टाचार दिनों दिन बढ़ रहा है गरीब इंसान भ्रष्टाचार इस आग में जल रहा है।
रुड़की भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार के द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जाते है लेकिन यह दावे सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह जाते है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऐसा ही एक मामला रुड़की नलकूप खंड में सामने आया है जहां अपर सहायक अभियंता के द्वारा दो लैपटॉप खरीदने के लिए आवेदन किया गया था लेकिन लैपटॉप खरीदे गए या नहीं जब इसकी जानकारी एसडीओ साहब को पता मिली तो उन्होंने तुरंत ही अपर सहायक अभियंता को एक नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जिसमें दर्शाया गया कि आपके द्वारा दो लैपटॉप खरीदने के लिए आवेदन किया गया था लेकिन वे लैपटॉप अभी तक प्राप्त नही हुए। लेकिन कमाल की बात यह है कि उनका भुगतान करा दिया गया था।
जिस तरह से नलकूप खंड रुड़की में लैपटॉप प्रकरण सामने आया है यह विभाग में एक चर्चा का विषय बना हुआ है। अपर सहायक अभियंता ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए दो लैपटॉप के लिए लाखों रुपए की धनराशि प्राप्त की है जिस पर एसडीओ नलकूप रुड़की ने अपर सहायक अभियंता को एक लेटर जारी कर उनका स्पष्टीकरण मांगा जिसमें उनके द्वारा 1 सप्ताह का समय दिया गया था। लेटर की प्रतिलिपि सचिव सिंचाई उत्तराखंड शासन देहरादून को भी भेजी गई थी जिसमें उनके द्वारा दर्शाया गया था कि जो धनराशि अपर सहायक अभियंता ने प्राप्त की है यह कहीं ना कहीं नियम के विरुद्ध भी है इस पर कार्यवाही करते हुए जो धनराशि उनके द्वारा प्राप्त की गई है उसकी वसूली की जाए और इनके विरूद्ध शासन स्तर पर कार्यवाही भी की जाए। क्योंकि यह कहीं ना कहीं राजकीय क्षति है। अब देखना यह होगा आखिरकार अपर सहायक अभियंता के खिलाफ क्या कार्यवाही होती है या फिर पूरा मामला रफा-दफा कर दिया जाएगा।
जब इस विषय पर एसडीओ नलकूप खंड रुड़की से वार्ता की गई तो उन्होंने कहा मेरे द्वारा अपर सहायक अभियंता को लैपटॉप प्रकरण में नोटिस तो भेजा गया है लेकिन मैं इस मामले में बोलने अधिकृत नही हूं आपको इस विषय में बड़े साहब से बात करनी होगी क्योंकि वही इस विषय में आपको सही जानकारी दे पाएंगे ।
जिस तरह से पहले एसडीम साहब अपर सहायक अभियंता को नोटिस जारी करते है लेकिन बाद में वह उसी नोटिस पर भी बोलने से बचते नज़र आए इससे तो यही साबित होता है कि मामला कहीं ना कहीं अब दबाया जा रहा है।