रिपोर्ट: शादाब अली: रुड़की
रुड़की– देश में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है क्योंकि एक डॉक्टर किसी भी मरीज़ को अपनी सूझ बूझ से नयी जिंदगी दे सकता है। लेकिन कुछ लोगों ने डॉक्टर के पेशे को बदनाम करने का काम भी किया है इसी के चलते लोगों का अब डॉक्टर रूपी भगवान से भरोसा ही उठ गया है क्योंकि लोगों ने डॉक्टर के पेशे को अब धंधा बना कर रख दिया है चप्पे चप्पे पर अब एक नही कई डॉक्टर बैठे मिल जाते है जिनके पास न तो डॉक्टर की डिग्री होती है और न ही अनुभव, महज़ पैसा कमाने के चक्कर में ये लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रुड़की और आसपास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अब अस्पताल खोले जा रहे है लेकिन कमाल की बात यह है कि इन अस्पतालों में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं मिलता ज्यादातर इस तरह के हॉस्पिटल बिना डॉक्टरों के ही संचालित किए जा रहे है जिनका मकसद सिर्फ पैसा कमाना है। कुछ लोग जो किसी डॉक्टर के पास हेल्पर के रूप में काम कर रहे है वे भी अब अपना निजी अस्पताल खोलकर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करते नजर आ रहे है। आपको बता दे यह कोई पहला मामला नही है जो सामने आया है स्वास्थ विभाग ने इस तरह के अस्पतालों पर पहले भी कार्यवाही की है। लेकिन अब रुड़की व आसपास के क्षेत्रों में इस तरह के अस्पताल तेजी से खोले जा रहे है इन अस्पतालों में कुछ लोगों की सांठगांठ के चलते मरीजों को भी भर्ती कराया जा रहा है भर्ती कराए गए मरीज़ से मोटी रकम भी वसूली जाती है।सवाल यही है कि क्या अब इन अस्पतालों की भनक विभाग को नही लग रही है जबकि गली मोहल्लों में इस तरह के क्लीनिकों की भरमार लगी हुई है जो मरीजों से मोटी रकम वसूलने के साथ-साथ उनकी जान से भी खिलवाड़ कर रहे है। समय रहते अगर इन फर्जी डाक्टरों और अस्पतालों पर नकेल नही कसी गई तो बहुत से लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा।