रिपोर्ट: शादाब अली :रुड़की
रुड़की एक और सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है कि किसी भी विभाग में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अभी हाल ही में सरकार ने कुछ ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों की लिस्ट बनाई और उनकी जबरन विभाग से परमानेंट छुट्टी करने की तैयारी की जा रही है रुड़की पीडब्ल्यूडी में एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला जहां पर ठेकेदार विभाग पर इतने हावी हैं कि उनको अधिकारियों की भी कोई परवाह नहीं है और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी भी अपने ठेकेदारों पर आंख बंद कर पूरा भरोसा करते हैं एक पीडब्ल्यूडी रुड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें विभाग में सड़कों के कुछ टेंडर निकाले गए थे लेकिन कमाल की बात यह है कि वह टेंडर पहले तो खुद ही ठेकेदार पेटी में डालते हैं और बाद में खुद ही ठेकेदार पेटी से उन टेंडरों को निकाल लेते हैं यह सारा नजारा वहां पर खड़े किसी व्यक्ति ने वीडियो में कैद कर लिया कमाल की बात यह है जो काम अधिकारियों को करना चाहिए वह काम खुद ही ठेकेदार कर रहे हैं इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पीडब्ल्यूडी रुड़की में ठेकेदारों का किस तरह से वर्चस्व कायम है उनके सामने बड़े-बड़े अधिकारी भी नतमस्तक नजर आते हैं
वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि ठेकेदार जो यह कारनामा कर रहे हैं वह सब पूल कराने की कोशिश में है क्योंकि जब किसी काम का पुल हो जाता है तो वह काम किसी एक ठेकेदार को मिल जाता है और उसकी मुनाफे की रकम उन ठेकेदारों को आपस में बांट दी जाती है जो वहां पर टेंडर डालने आए थे और इस पूरे प्रकरण की भनक विभाग को ना हो ऐसा नहीं हो सकता !
जब इस विषय की जानकारी
रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह को दी गई तो उन्होंने कहा यह एक गंभीर विषय है और हमारे द्वारा इसकी जांच कराई जाएगी अगर जांच सही पाई गई तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी और सभी टेंडर निरस्त किए जाएंगे अब देखना यह होगा आखिरकार कब इस पूरे मामले की जांच होती है और कब टेंडर कैंसिल हो पाते हैं