रुड़की हरिद्वार राजनीति की बात करें तो यहां पर पिछली बार भाजपा के विधायकों की संख्या सबसे अधिक थी वहीं इस बार विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने हरिद्वार जिले में सबसे ज्यादा विधानसभा सीट जीतने का काम किया है बसपा की बात की जाए तो इस बार जिले में दो विधायक बन कर आए हैं और एक निर्दलीय विधायक भी है अब इन सब की बात की जाए तो कांग्रेस के सबसे अधिक विधायक होने के बावजूद भी कांग्रेस के विधायक जिले में अपने आप को कमजोर महसूस कर रहे हैं क्योंकि जिस तरह से इन विधायकों ने कल दिल्ली रोड स्थित एक होटल में बसपा और निर्दलीय विधायकों के साथ बैठक की है वह अपने आप में क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह बैठक कुछ कांग्रेसियों के गले से नीचे नहीं उतर रही क्योंकि कांग्रेस के विधायक सबसे अधिक होने के बावजूद भी उनको बसपा और निर्दलीय विधायकों की क्यों जरूरत आन पड़ी ,बैठक समाप्त होने के बाद विधायकों ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी और कहा कि जिले में जिस तरह से कांग्रेस के विधायकों के साथ भेदभाव किया जा रहा है और पुलिस के अधिकारियों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह लोग हमारा फोन तक नहीं रिसीव करते और ना ही कॉल बैक करते बिजली के मुद्दे पर भी उन्होंने सरकार को घेरा जिस तरह से सरकार के द्वारा बिजली कटौती की जा रही वह अपने आप में एक गंभीर विषय है उन्होंने कहा जरूरत पड़ने पर हमारे द्वारा सरकार को विधानसभा में घेर ने का काम भी किया जाएगा इसीलिए तो कहा जाता है कि दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है अब देखना यह होगा हरिद्वार की राजनीति मैं आगे क्या नया देखने को मिलेगा