रिपोर्ट :शादाब अली
रुड़की भगवानपुर की राजनीति में कई दिनों से भूचाल सा आया हुआ है भाजपा नेताओं ने जिसमें देवेंद्र अग्रवाल, सत्यपाल, अमन त्यागी, राजकुमार कसाना, के द्वारा बसपा नेता सुबोध राकेश जो कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय सुरेंद्र राकेश के छोटे भाई हैं और भगवानपुर आसपास के क्षेत्र में एक बड़ा दलित चेहरा माने जाते हैं उन पर गंभीर आरोप लगाए गए थे जिसके बाद बसपा नेता सुबोध राकेश ने भी इन सब नेताओं पर जमीन हड़प कर उस पर कॉलोनी बनाई गई हो या फिर नकली दवाई की फैक्ट्री का मामला हो या फर्जी तरीके से बनाने के नाम पर मुकदमें चल रहे हो, यह सभी आरोप बसपा नेता के द्वारा भाजपा नेताओं पर लगाए गए थे
लेकिन यह नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और यह भी कहते नहीं थकते कि अब वक्त आ गया है दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा !
इन नेताओं के द्वारा कहा जाता है जल्द ही जांच पूरी हो जाएगी और भ्रष्टाचारी लोग जेल में जाएंगे लेकिन जिस तरह से यह लोग एक दूसरे को भ्रष्टाचारी बता रहे हैं और अपनी जांच भी कराने की बात कह रहे हैं जब इन लोगों ने किया ही कुछ नहीं तो फिर किस बात की जांच कराने की बात यह नेता एक दूसरे को कह रहे हैं क्या सिर्फ आम जनता को गुमराह करने के लिए अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया जा रहा है अब देखना यह होगा कि भगवानपुर की राजनीति में आगे आगे क्या नया देखने को मिलता है और कौन भ्रष्टाचार के आरोप में जेल की सलाखों के पीछे जाता है या फिर कुछ समय बाद पूरा मामला ही रफा-दफा हो जाएगा !